१५-एकलड़कीसेमैनेरोनेकाकारणपूछातोवोबोली मेरेपिताचाइनीजथे बेचारेभरीज़वानीमेहमसबकोछोड़करचलेगये बसइसीबातकागमहै मैनेकहाचुपहोजाबच्ची चाइनाकामालतोचलताहीकम है
१६- धरती पे तुम, आसमाँ में तुम, पूरे जहाँ में तुम, फिज़ाओं में तुम, घटाओं में तुम, हवाओं में तुम, ठीक ही कहा है किसी ने बुरी आत्मा का कोई ठिकाना नही होता
१७- दिखा बस उसका ही चेहरा, उठाया जब भी मैने ज़ाम अरे फोटो लगी थी ग्लास पे, वो मुफ्त हुई बदनाम
१८- अब तो उसकी गली से निकलने तक का मन नही करता उसके बच्चे हमें मामा कहकर पुकारने लगे
१९- प्रेम ही तो चारो तीर्थ धाम है, लोग करते व्यर्थ ही बदनाम है गोद में रखा था सर और दर्द खत्म प्रेमिका है या फिर झंडू बाम है
२०- देसी घी दस रुपये का लेने चला भोला डिब्बा दिखाके उसको दुकानदार था बोला यूं घूर ना दस रुपये में क्या मुझको खायेगा सूंघ ले वेवकूफ बस इतना ही आयेगा
२१- वैसे तो मैं उस पर बहुत मरता हूँ जहां तक होता उसका पीछा करता हूँ उसकी गली के कुत्तो की भी परवाह नही मुझको सिर्फ रैबीज के इन्जेक्शनों से डरता हूँ
२२- बच्चा क्या था जीता जागता शरारतों का समन्दर था उसकी उछल कूद से बताती है जरुर पिछले जन्म मे बन्दर था
२३- वे अनेक संस्थाओं के प्रधान है, बड़े बड़े मंचों पे जाते है पर घर पे उनसे ज्यादा इज्जत तो उनके कुत्ते पाते है
२४- कई रात से मै सच कहूँ बिल्कुल ना सोया हूँ तकिये में मुँह छिपा के मैं रातों में रोया हूँ ये सुनके वो बेकार में बेहाल हो गई मच्छर गिरा था आँख में बस लाल हो गई
२५- कोई कहे कि प्यार कर, कोई कहे अन्धकार कर मैने कहा जो तुम्हारा दिल चाहे, पर पहले मच्छरो को मार कर
२६- मोहब्बत के दुश्मनों को गोली मरवा दो या फिर उनकी खाल में भूसा भरवा दो दिन रात मै बस तुम्हे ही काल किया करुँगी पहले मेरा मोबाईल तो चार्ज़ करवा दो
२७- तेरे प्यार का मुझपर हुआ ये असर है नौकरी तो छूट गई घर की कसर है वो भी बिकेगा भैया , अभी क्यों रोता है तवायफो के प्यार में ऐसा ही होता है
२८- शादी के लिए अग्रेजन हसीना से पूछा आशिक ने, आँखें चार कर हसीना बोली अभी तो मेरा चौथा ही अफेयर है थोड़ा इन्तज़ार कर
२९- वो कहती है ना बिछड़ेगें मरके भी हम साथिया तो फिर खामखाह क्यों अपनी ज़ान दूँ
३०- वो कहती है ना बिछड़ेगें मरके भी हम साथिया अरे तो क्या आत्माओं की भी शादी होती है
३१- भले ही ना तू प्यार दे भले ही ना दीदार दे लगता है तू पास है मेरे, बस एक बार मिस काल ही मार दे
३२- हम तेरे शहर मे आऐ है मुसाफिर की तरह हमको एक बार मुलाकात का मौका दे दे प्यार करता हू तूमसे पागलों की तरह आजा मेरे पास अपने बाप को धोखा दे दे