ख़ुशख़बरी ख़ुशख़बरी ख़ुशख़बरी
चाकूबाज़, छुरीबाज़, धोखेबाज़, दग़ाबाज़ अपनी जेबें भ्ररें
अपने अपने क्षेत्र में नेतागिरि करें
खुल गया खुल गया
आपके इलाक़े मे पहली बार “नेता टेलेंट ट्रेनिंग इन्स्टिट्यूट”
हमारे यहाँ गधे घोड़ों को
उचित ट्रेनिंग द्वारा नेता बनाया जाता है
सदन मे शोर करना, माईक व जूता फ़ेकना, बयान बदलना
व कुर्सी पर कब्जा करना सिखाया जाता है
कम से कम पार्षद बनकर समाज मे शान से तनिये
और यदि पारिवारिक पृष्ठभूमि हो तो एम एल ए से एम पी तक बनिये
न्यूनतम आयु इक्कीस वर्ष
तत्पश्चात् किसी भी उम्र में आएँ
और छः महीने में अखिल भारतीय नेता का डिप्लोमा पाएँ
भले ही आप पर हत्या या बलात्कार का इल्ज़ाम हो
जुआघर चलाते हों, या सट्टे का काम हो
बस एक बार सच्चे मन से कीजिये
ईमानदार नेता बनने का प्रण
अनपढ़, गँवार, जाहिल, बदतमीज़ लोगों के लिये विशेष आरक्षण
सभी के लिये ओपन बबलू-बंटी, अंकल-आंटी
नेता बनने के पश्चात् टिकट दिलाने तक की गारंटी
इस सुनहरे अवसर का लाभ उठाइये
और यदि आप किसी नेता के पुत्र या सम्बन्धी हैं
तो फ़ार्म निशुल्क ले जाइये
सीधे नेता बनिये
किसी के चमचे या दास नहीं
और फ़ीस भी कोई ख़ास नहीं
पद पाने के बाद
हमें भूल मत जाना
पैट्रोल पंप, गैस-एजेंसी
या फिर शराब का ठेका ज़रूर दिलवाना
राजनीति की नस
बस एक बार आ जाए पकड़ाई में
उसके बाद तो पाँचों उंगलियाँ घी में
और सिर कढ़ाई में
ना ही इस काम में आता कभी मंदा है
सच, आजकल अधिकतर नेताओं की राजनीति
सिर्फ़ एक धंधा है
काश! हम अपने देश के नेता
ईमानदारी और सच्चाई की भट्टी में बनाते
और उन्हें
भाईचारे व सद्भावना के कपड़े पहनाते
तो वे देश का सम्पूर्ण विकास कर पाते
और भारत को पुनः विश्वगुरु के पद तक पहुँचाते
kya baat hai bhai sahab maza aa gaya .....
ReplyDeleteबहुत सटीक!!
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