Thursday, September 30, 2010

राम सेतू


दिल टूटेगा राम सेतू को मत तोड़ो
राम बसे हैं रोम रोम में ज़िद छोड़ो

जो भी मिलता राम राम ही करता है
बिना राम के पार न कोई उतरता है
सुबह शाम बस राम ज़ुबां पे रहते हैं
राम नाम हैं सत्य सभी ये कहते है
अपनी किस्मत अपने हाथों मत फोड़ो
दिल टूटेगा राम सेतू को मत तोड़ो

कैसा कलयुग राम नाम को जाँच रहे
रामायण को कब से घर घर बाँच रहे
राम नाम को सबने चारों धाम कहा
गांधी ने भी अंत समय हे राम कहा
सिर्फ न कुर्सी माया के पीछे दौड़ो
दिल टूटेगा राम सेतू को मत तोड़ो

मानव निर्मित वैज्ञानिकों ने माना है
क्यों संशय जब नासा ने पहचाना है
खुद पर सेतू सुनामी की मार सहे
भूकम्पों के झटके बारम्बार सहे
नष्ट न हो इतिहास अरे रास्ता मोड़ो
दिल टूटेगा राम सेतू को मत तोड़ो

खड़े तमाशा देख यहाँ सब लोग रहे
चुप रहने की सजा सदा से भोग रहे
हाथ पे हाथ धरे जब तक तुम बैठोगे
सागर दे रस्ता ना, जब तक ऐंठोगे
हो जब अत्याचार न हाथों को जोड़ो
दिल टूटेगा राम सेतू को मत तोड़ो


1 comment:

  1. बहुत ही बढिया ख्याल हैं आपके.




    श्रीराम जय राम - जय जय राम

    बधाई हो
    बधाई हो

    दोनों पक्षों को शुभकामनाएं.

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